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सद्भावना,संसाधन और संविधान को बचाने हेतु लंबी लड़ाई की ज़रूरत है : अमरजीत कौर

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लखनऊ में नेहरू युवा केंद्र में कॉमरेड अतुल कुमार अंजान सभागार में आयोजित एटक के राज्य स्तरीय दो दिवसीय सम्मेलन के पूर्व ध्वजारोहण किया गया ।


प्रतिनिधि उदघाटन करते हुए राष्ट्रीय महामंत्री कॉमरेड अमरजीत कौर ने कहा कि चार श्रम संहिता कानून के विरुद्ध रणनीति बनाने की जरूरत है और तभी आप भविष्य की पीढ़ी को गुलामी से बचा सकेंगे।


किसान आंदोलन की भूमिका कुछ राज्यों तक सीमित रही, इसे देशव्यापी आंदोलन के स्तर तक ले जाने पर ही मजदूर किसान एकता संभव होगी। गंगा जमुनी तहज़ीब को खतरे में डाल कर सरकार आपसी सद्भावना को बिगाड़ने, संसाधनों को बेंचने तथा संविधान तहस नहस करने पर तुली है।


मुख्य अतिथि भाकपा प्रदेश सचिव अरविंदराज स्वरूप ने कहा कि ट्रंप सरकार ने ट्रेड टैरिफ वार से पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को झकझोर दिया है, इस टैरिफ नीति से भारत में बेरोजगारों की फौज में इज़ाफ़ा होने जा रहा है क्योंकि मध्यम और लघु उद्योग बंदी की प्रलय से प्रभावित होंगी।


सम्मेलन को एच एन तिवारी (इंटक), उमाशंकर मिश्र (एच एम एस) प्रेमनाथ राय (सीटू), एस ए एम ज़ैदी (एक्टू), बालेंद्र कटियार (ए आई यू टी यू सी) आदि शामिल नेताओं ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि विदेशी दासता से मिली आजादी के बाद आज मेहनतकश जनता को आर्थिक और मानसिक गुलामी से बचाने के लिए सड़क पर उतरने की जरूरत है।


उदघाटन सम्मेलन की अध्यक्षता डॉक्टर वी के सिंह ने किया तथा चंद्रशेखर, सदरुद्दीन राणा, राकेश ने सम्मेलन को संबोधित किया।


सम्मेलन में सूबे से विभिन्न औद्योगिक यूनियनों के लगभग दो सौ प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
कानपुर से कॉमरेड असित कुमार सिंह, गौरव दीक्षित, रामप्रसाद कनौजिया, अंजली शर्मा और रंजना मिश्रा ने हिस्सा लिया।