पद्मश्री अनूप जलोटा ने बहाई भजनों की गंगा, कथक और कृष्णलीला ने मोह्य मन
कानपुर। महाराष्ट्र व यूपी की मिली जुली संस्कृति की थीम पर आयोजित बिठूर महोत्सव का फ्राइडे को आगाज हुआ। महोत्सव में स्टूडेंट्स ने खूबसूरत रंगोली सजाई, साथ ही कल्चरल प्रोग्राम पेश किए। वहीं, 1857 की आजादी की क्रांति में इस्तेमाल किए गए शस्त्रों की प्रदर्शनी आकर्षण का केन्द्र रही। पद्मश्री अनूप जलोटा ने अक्छुतम केशवम कृष्ण दामोदरम, इतनी शक्ति हमें देना दाता, काशी बनी अयोध्या बनी अब बिठूर की बारी आदि भजनों की गंगा बहाकर माहौल भक्तिमय बना दिया।
कृष्णलीला और तिरंगा की प्रस्तुतियों ने मोहा मन
गणेश वन्दना के साथ कार्यक्रम की शुरू हुई। कथक कला केन्द्र के गंगा अवतरण पर कार्यक्रम पेश किए मनमोह लिया। ओड़िसा से आए प्रिंस डांस ग्रुप ने कृष्णलीला, तिरंगा से जुड़ी प्रस्तुतियों को लोगों ने खूब सराहा। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने पत्थर घाट पर आरती कर बिठूर महोत्सव की शुरूआत की। इस मौके पर सांसद अशोक रावत, विधायक सुरेंद्र मैथानी, सरोज कुरील, अभिजीत सिंह सांगा, विधान परिषद सदस्य अरुण पाठक व सलिल विश्नोई, पूर्व विधायक रघुनंदन सिंह भदौरिया, अजय कपूर, जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह, सीडीओ दीक्षा जैन, पूर्व ग्रामीण जिलाध्यक्ष कृष्ण मुरारी शुक्ला, ब्लॉक प्रमुख राजेश शुक्ला, नगर पंचायत अध्यक्ष डॉ. निर्मला सिंह, पुष्कर शुक्ला, धर्मेंद्र पाल फौजी आदि मौजूद रहे।