- 3.92 करोड़ की निकिल प्लेटें सिर्फ दो करोड़ में बेच दीं
- वेस्ट जोन पुलिस ने पांच अभियुक्तों को किया गिरफ्तार
कानपुर। पनकी के लॉजिस्टिक पार्क से 3.92 करोड़ रुपये कीमत की निकिल प्लेटों की चोरी हरियाणा के गैंग ने की थी। पुलिस ने गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी डीसीपी वेस्ट आरती सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में दी। डीसीपी श्रीमती सिंह ने बताया कि गैंग के सरगना समेत पांच सदस्य अभी भी फरार है। पकड़े गए आरोपियों के पास से 301 किलो माल, करीब छह लाख रुपये, टाटा कैंटर, हांडा अमेज कार बरामद हुई हैं। उन्होंने बताया कि गिरोह ने निकिल प्लेटों को दिल्ली में 1280 रुपये प्रति किलो के रेट से महज दो करोड़ में बेच दिया था।
कानपुर लॉजिस्टिक्स पार्क प्राइवेट लिमिटेड से 16 मार्च को 3.92 करोड रुपये की निकिल प्लेट लदा कंटेनर चोरी हो गया था। चोरों ने वारदात को अंजाम देने के बाद खाली कंटेनर को लाजिस्टिक पार्क से महज 300 मीटर की दूरी पर खड़ा कर दिया। पुलिस ने मामले में रिपोर्ट दर्ज कर शातिरों की तलाश शुरू की। सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए, ,तो कंटेनर भौंती की ओर जाता दिखा। हालांकि उसके आगे की लोकेशन नजर नहीं आई।
इसके बाद औद्योगिक क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए, जिसमें कंटेनर नजर आया। पुलिस को उसके आधार पर चोरों का पीछा किया। डीसीपी पश्चिम आरती सिंह ने बताया कि निकिल लदे ट्रक के दिल्ली और फिर हिसार की ओर ले जाने की जानकारी हुई। ट्रक के मालिक से संपर्क किया गया, तो पता चला कि इसको चोरों ने 80 हजार रुपये में बुक किया है।
पुलिस ने भिवानी के खड़क खुर्द गांव के कृष्ण सिंह, हिसार के अलीपुर ईश्वर सिंह, भिवानी के खड़क खुर्द गांव के राजकुमार, दिल्ली के सोनिया विहार के विनय शुक्ला और रोहतक के भैणी महाराजपुर के सुमित ऊर्फ मित्ती को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में पता चला कि गिरोह का सरगना रोहतक के भैणी महाराजपुर निवासी संदीप लोहार है। उसपर रोहतक, जींद, हांसी समेत अन्य जिलों में चोरी, मारपीट, धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज हैं। पुलिस संदीप लोहार के साथ उसके भाई मंदीप लोहार व काला लोहर, हिसार के बाहशाहपुर के सोनू और भिवानी के जतई गांव के बादशाह की तलाश कर रही है।
2800 सीसीटीवी कैमरों से मिली सफलता-
डीसीपी आरती ने बताया कि चोरों ने ट्रक और कंटेनर का जीपीएस सिस्टम हटा दिया ताकि उनके बारे में किसी को जानकारी न मिल सके। कानपुर, दिल्ली और हरियाणा के 2800 सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। पहला सुराग पनकी औद्योगिक क्षेत्र में ही मिला। यहां चोरों के कंटेनर से माल को क्रेन और हाइड्रा की मदद से उतारने की फुटेज मिली। इनके मालिक और चालकों से जानकारी जुटाई तो कड़ियां जुड़ती चली गईं।
पार्क में चोरी से पहले चार दिन तक संदीप और कृष्णा ने रेकी की थी। दोनों बाइक से संवेदनशील क्षेत्र में आए और वहां की रेकी करके निकल गए। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि घटना को अंजाम देने के लिए गिरोह के सदस्यों ने डेढ़ माह तक क्षेत्र की निगरानी की थी। लॉजिस्टिक पार्क के सुरक्षाकर्मियों से उनकी जान पहचान की जांच की जा रही है।
व्हॉट्सएप के जरिए करते थे बात –
डीसीपी ने बताया कि आरोपी व्हॉट्सएप कॉल के जरिए ही बातचीत करते थे। आरोपियों को पकड़ने के लिए चार टीमों के अलावा साइबर टीम को भी लगाया गया था। नए तरीके से डेटा हासिल किए गए। हरियाणा के गैंग के पहले भी चोरी के प्रयास की जानकारी मिली है। उसकी भी जांच कराई जाएगी।