🧑⚖️ “नदी पुनरोद्धार सिर्फ एक परियोजना नहीं, सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना है!”
🌊 अविरल-निर्मल नदियाँ: मिशन मोड में कार्य
🛤️ लक्ष्य:
- गोमती, हिंडन, वरुणा समेत सभी नदियों का पुनर्जीवन
- मिशन मोड में कार्य, जनभागीदारी को प्राथमिकता
📝 निर्देश:
- मंडलायुक्तों को स्पष्ट जिम्मेदारी
- 🌱 पौधरोपण अभियान नदियों के किनारे केंद्रित हो
- 🚫 नदी में किसी भी प्रकार का सीवर/ड्रेनेज डिस्चार्ज ना हो (Zero Liquid Discharge)
- 📆 1 माह में DPR तैयार, मानसून के बाद कार्य आरंभ
🚰 हर घर नल: जल जीवन मिशन में प्रगति
💧 स्थिति:
- 🏡 37,730 गांवों में पहुंचा ‘हर घर नल’
- ✅ 25,166 गांवों का प्रमाणीकरण पूर्ण
- 📍 बुंदेलखंड के 3016 व विंध्य के 2051 गांवों में नियमित जलापूर्ति
🛠️ निर्देश:
- ⏱️ समयबद्धता, गुणवत्ता, संचालन और रखरखाव
- 👥 गांवों में जल समितियों की सक्रिय भूमिका
- 📞 जल शिकायतों का 24 घंटे में समाधान अनिवार्य
📊 अब तक की प्रगति:
- 🔧 42,810 शिकायतें दर्ज, 38,161 का समाधान
🏗️ सड़क खुदाई के बाद मरम्मत अनिवार्य
🛣️ पाइपलाइन बिछाने से प्रभावित सड़कों की
- 🔁 तत्काल मरम्मत के निर्देश
- 🧰 अधिशासी अभियंता और जनप्रतिनिधि स्थलीय निरीक्षण करें
- 📤 जल आपूर्ति की रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजें
🔆 गर्मी में जल संकट से निपटने के लिए सतर्कता
📍 निर्देश:
- 📞 हर जिले में 24×7 कंट्रोल रूम
- 🧑💼 नोडल अधिकारियों की नियुक्ति व प्रचार-प्रसार
- 🔩 सभी खराब हैंडपंपों की तत्काल मरम्मत
- 💦 सभी जल स्रोत सक्रिय रहें
🏛️ जल के प्रति जनजागरूकता
🎨 वॉटर हेड टैंकों के चारों ओर:
- 🌸 सजावट व सौंदर्यीकरण
- 📢 लोगों को जल संरक्षण का संदेश
👩👧👦 सामाजिक प्रभाव: महिलाएं बनीं सशक्त
🌟 जल जीवन मिशन से महिलाओं को मिला सम्मान, समय की बचत और गरिमा
🔍 बुंदेलखंड व विंध्य क्षेत्र में प्रभाव का अध्ययन कराए जाने के निर्देश
📢 मुख्यमंत्री का संदेश
“💧 जल जीवन है। नदियाँ हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं। उनका पुनर्जीवन सिर्फ सरकार नहीं, हम सबकी जिम्मेदारी है। आइए, इसे जनांदोलन बनाएं।”