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व्यापारियों का विरोध प्रदर्शन: गाड़ियों की जब्ती के खिलाफ आवाज बुलंद

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  • व्यापारी प्रतिनिधियों का विरोध: व्यापारियों और उद्यमियों ने भारी संख्या में स्टेट जीएसटी कार्यालय, लखनपुर में प्रदर्शन किया।
  • गाड़ियों की रिहाई: चार दिनों से रोकी गई पंजाब से कलकत्ता जाने वाली प्लास्टिक दाना लदी गाड़ी और कानपुर से जहानाबाद जा रही पाइप व चादर की गाड़ी को छुड़वाया गया।
  • नारेबाजी व ज्ञापन सौंपा: व्यापारियों ने नारेबाजी कर अपना विरोध दर्ज कराया और तीन सूत्रीय ज्ञापन सौंपा।
  • गलत नोटिस व उत्पीड़न का आरोप: धारा 129 के तहत छोटे-मोटे कागजी कमियों के नाम पर गाड़ियों को जब्त करने और पुराने वैट मामलों में गलत नोटिस जारी करने का विरोध।
  • अधिकारियों से वार्ता: व्यापार प्रतिनिधियों ने अपर आयुक्त ग्रेड 1 आर. एस. विद्यार्थी और ग्रेड 2 कुमार आनंद से मुलाकात कर विरोध दर्ज कराया।
  • आश्वासन: अधिकारियों ने कहा कि बिना जांच के गाड़ियां जब्त नहीं होंगी, और अगर जब्त की भी गईं, तो जल्द निस्तारण किया जाएगा। साथ ही सुबह 7 बजे से रात 12 बजे तक शहर में जांच नहीं होगी।

प्रदर्शन के कारण व मांगें:

  1. अनुचित वाहन जब्ती: वैध कागजात होने के बावजूद व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है।
  2. अनावश्यक नोटिस: पुराने वैट व व्यापार कर मामलों में बकाया बताकर गलत नोटिस जारी किए जा रहे हैं।
  3. जांच का समय निर्धारण: शहरी सीमा में सुबह 7 बजे से रात 12 बजे तक जांच न करने की मांग।
  4. उत्पीड़न बंद करने की चेतावनी: यदि उत्पीड़न जारी रहा तो व्यापक आंदोलन किया जाएगा।

प्रमुख वक्तव्य:

  • ज्ञानेश मिश्र (प्रदेश अध्यक्ष, व्यापार मंडल): “व्यापारियों को छोटी गलतियों के नाम पर परेशान करना बंद किया जाए, अन्यथा हमें बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा।”
  • रोशन गुप्ता (प्रदेश मंत्री): “जीएसटी नियमावली के अनुसार, व्यापारियों को विभाग में बुलाना गलत है। सिर्फ ऑनलाइन जवाब ही मान्य होना चाहिए।”
  • अन्य पदाधिकारी: विजय गुप्ता, राजकुमार भगतानी, प्रदीप केडिया, संजय भदौरिया, मनोज गुप्ता, कमल त्रिपाठी आदि ने भी विरोध दर्ज कराया।

निष्कर्ष:

व्यापारियों ने संगठित होकर अपने अधिकारों की रक्षा के लिए मजबूती से आवाज उठाई, जिसके परिणामस्वरूप जब्त की गई गाड़ियों को रिहा किया गया और अधिकारियों से सुधार के आश्वासन मिले। यदि प्रशासन ने सुधार नहीं किया, तो व्यापारी समुदाय बड़े आंदोलन की तैयारी में है।