समाज कल्याण ने मृतक दर्शाकर कर रोक दी पेंशन
राज्यमंत्री की चौपाल में लाभार्थियों ने की शिकायत, नगर पचायत की कार्य शैली भी संदिग्ध
डीटीएनएन, कानपुर देहात
नगर पंचायत रनिया में 11 साल बेमिसाल कार्यक्रम के तहत राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला द्वारा आयोजित चौपाल में उसे समय हड़कंप की स्थिति मच गई जब नगर पंचायत से पहुंचे करीब 20 लोगों ने खुद को जिंदा बताते हुए राज्य मंत्री को से शिकायत दर्ज कराई की अभी वह जीवित हैं। लेकिन लेखपाल ने उन्हें पेंशन सत्यापन में मृत दर्शा दिया है जिससे समाज कल्याण में मृत दर्शाकर उनकी पेंशन रोक दी हैं। जिंदा लाभार्थियों को मृत दर्शाकर पेंशन रोके जाने की शिकायत राज्य मंत्री के सामने आने के बाद राज्य मंत्री ने तत्काल नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी व जिला समाज कल्याण अधिकारी से घटना के बारे में जानकारी ली। और दोबारा सत्यापन कराकर सभी लाभार्थियों को पेंशन उपलब्ध कराने की निर्देश दिए
आपने पंकज त्रिपाठी की फिल्म कागज तो देखी होगी जिसमें खुद को जिंदा साबित करने के लिए विभागों के चक्कर लगाते है, ऐसा ही मामला कानपुर देहात के औद्योगिक कस्बे रानियां के वार्ड 6 वीर सावरकर नगर में सामने आया है। जब सोमवार को प्रदेश सरकार की राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ल ने रानियां के वार्ड 6 में केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश सरकार की योगी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए चौपाल लगाई जिसमे अजीब मामला सामने आया है। यहां के लगभग 20 लोग नगर निकाय द्वारा मृत घोषित कर दिए गए जिससे उनकी वृद्धावस्था पेंशन समाज कल्याण विभाग द्वारा बंद कर दी गई। जबकि वो खुद स्वयं राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ल के सामने उपस्थित थे। इसपर राज्यमंत्री ने दोबारा से सर्वे कराकर लाभार्थियों को पेंशन दिलाए जाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है।
हुआ यूं कि कुछ समय पहले वार्ड 6 के लगभग 20 लोगों की वृद्धावस्था पेंशन आना अचानक बंद हो गई, जब इस बात की जानकारी लाभार्थियों ने वार्ड के सभासद अनूप त्रिवेदी को दी तो उन्होंने इसकी जानकारी समाज कल्याण विभाग में की, जो वहां से सभासद को लिस्ट दी गई उसमें ये सभी मृतक के रूप में दर्ज थे। सत्यापन में जिंदा व्यक्तियों को मृत्यु दर्शा दिया गया जिससे उनकी पेंशन योजना से मिलने वाले लाभ रोक दिया। सभासद में त्रिवेदी ने राज्य मंत्री से कहा कि सरकार 11 साल बेमिसाल कार्यक्रम का आयोजन कर रही है जनहित कार्य योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन सरकार के नुमाइंदे दें जिंदा व्यक्तियों को मृत दर्शा कर योजना से वंचित कर रहे हैं। गया।
आपके प्रिय अखबार डीटी ने जब समाज कल्याण विभाग में जानकारी की तो पता लगा कि नगर पंचायत के लेखपाल द्वारा सर्वे किया गया था जिसकी लिस्ट विभाग को दी गई थी, विभाग ने भी अपने सुपरवाइजर द्वारा वार्ड में सर्वे कराया गया जिसमें पता चला कि लेखपाल द्वारा सर्वे गलत किया गया जिनको मृतक दर्शाया गया है वो जीवित निकले, जिसपर विभाग द्वारा लेखपाल को दोबारा सर्वे करने के लिए कहा गया था। वहीं वार्ड के सभासद अनूप त्रिवेदी ने बताया कि ये नगर पंचायत द्वारा की गई घोर लापरवाही है, और लेखपाल द्वारा ठीक से सर्वे ही नहीं किया गया, जिसका खामियाजा लाभार्थियों को भुगतना पड़ रहा है सभासद अनूप त्रिवेदी ने सत्यापन करने वाले अधिकारी के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करने और एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है वहीं नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी मनीष राय ने बताया कि सर्वे में गलती हुई है, इसको ठीक कराया जाएगा।
सभासद अनूप त्रिवेदी का कहना है पेंशन आवेदन में नगर पंचायत एवं राजस्व लेखपाल दोनों की लापरवाही है लेखपाल द्वारा सर्वे को ठीक से नहीं किया गया, पूरी तरह से ये नगर पंचायत की गलती है जिसका खामियाजा लाभार्थियों को भुगतना पड़ा है। सत्यापन करने वाले अधिकारी के कठोर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।
अनूप त्रिवेदी, सभासद, वार्ड 6 रानियां
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