प्रमुख संवाददाता/दीनार टाइम्स
कानपुर। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन कानपुर शाखा और वेंकटेश्वर अस्पताल, नई दिल्ली के सहयोग से आईएमए हाल में हुई सीएमई में डॉ दिनेश चंद्र कटियार, निदेशक – सर्जिकल ऑन्कोलॉजी और रोबोटिक सर्जरी, वेंकटेश्वर अस्पताल, दिल्ली ने ‘कैंसर के खिलाफ लड़ाई में चिकित्सकों की भूमिका’ विषय पर व्याख्यान देते दिया। उन्होंने कहा कि आमजन में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से इस बात पर ज़ोर देना है कि, कैंसर जैसे गंभीर रोग की रोकथाम, पहचान और प्रबंधन में ‘जनरल फिजीशियन’ (सामान्य चिकित्सक) की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है।
आज भी भारत में अधिकांश लोग, किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए सबसे पहले जनरल फिजीशियन से ही संपर्क करते हैं, ऐसे में यह डॉक्टर न केवल प्रारंभिक लक्षणों की पहचान करते हैं, बल्कि सही समय पर मरीज को विशेषज्ञ के पास रेफर करके उसकी जान भी बचा सकते हैं।
कैंसर अब कोई दूर की बीमारी नहीं रही, यह हमारे आस-पास, हमारे परिवार और समाज का एक गंभीर यथार्थ बन चुका है। किंतु एक अच्छी बात यह है कि यदि कैंसर की पहचान प्रारंभिक चरण में हो जाए, तो इसका इलाज अधिक प्रभावशाली, किफायती और सफल होता है।
डॉ कटियार ने कहा कि यदि आप या आपके परिवार में किसी को लंबे समय से कोई असामान्य लक्षण हैं, तो तुरंत अपने नज़दीकी जनरल फिजीशियन से संपर्क करें। कैंसर की रोकथाम संभव है, यदि समय रहते लक्षणों को पहचाना जाए और उचित इलाज शुरू किया जाए। न घबराएं, न छुपाएं – डॉक्टर से सलाह लें।आमजन को यह संदेश है कि ष्समय रहते चेतना दृ कैंसर से रक्षा की पहली शर्त है। आज आवश्यकता है कि हम कैंसर से डरें नहीं, बल्कि इसकी समय पर पहचान और जांच को अपनी आदत बनाएं।
कैंसर की पहचान में देरी, जीवन की कीमत पर भारी पड़ सकती है। समय पर जाँच और सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है। आप जागरूक होंगे, तो आप सुरक्षित होंगे।
इस कार्यक्रम के चेयरपर्सन, प्रो. (डॉ.) एम. पी. मिश्रा, पूर्व निदेशक – जे.के. कैंसर संस्थान, कानपुर एवं विभागाध्यक्ष, पैथोलॉजी विभाग नारायणा मेडिकल कॉलेज, कानपुर थे। आई.एम.ए. कानपुर की अध्यक्ष, डॉ. नंदिनी रस्तोगी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की, तथा हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन, तथा अंत में धन्यवाद ज्ञापन, आई.एम.ए. कानपुर के सचिव, डॉ. विकास मिश्रा ने दिया। इस कार्यक्रम में, डॉ. ए.सी. अग्रवाल, चेयरमैन वैज्ञानिक सब कमेटी, डॉ. कुणाल सहाय, उपाध्यक्ष, आई.एम.ए. कानपुर, डॉ. गणेश शंकर, वैज्ञानिक सचिव, एवं डॉ. कीर्ति वर्धन सिंह संयुक्त वैज्ञानिक सचिव, प्रमुख रूप से उपस्थित रहे |