आत्मनिर्भर भारत की दिशा में योगी सरकार का ऐतिहासिक कदम
🔹 मुख्य विशेषताएँ:
📚 746 विद्यालयों की 80,000 बालिकाएँ
➡ वित्तीय साक्षरता और डिजिटल कुशलता में होंगी प्रशिक्षित
💻 ऑनलाइन प्रशिक्षण @ up.my.p2e.org
➡ UNICEF के सहयोग से नि:शुल्क प्रमाण-पत्र के साथ
📘 कोर्स स्ट्रक्चर:
- 💰 वित्तीय साक्षरता – 12 अध्याय
- 💻 डिजिटल कुशलता – 8 अध्याय
- ⏱ प्रत्येक कोर्स: लगभग 10 घंटे
- 🎥 वीडियो, अभ्यास और मूल्यांकन सहित
✨ एक नई शुरुआत की ओर कदम…
इस पहल का उद्देश्य सिर्फ ज्ञान देना नहीं है, बल्कि बेटियों के भीतर आत्मविश्वास, निर्णय क्षमता और तकनीकी समझ विकसित करना है। आज की छात्राएं ही कल की नेतृत्वकर्ता होंगी—और उन्हें ऐसे कौशल से लैस करना जो उन्हें वास्तविक जीवन में सक्षम बनाए, यही इस कार्यक्रम की असली ताकत है।
‘पासपोर्ट टू अर्निंग’ सिर्फ एक कोर्स नहीं, बल्कि बेटियों के उज्जवल भविष्य की ओर पहला डिजिटल कदम है।
📈 बेटियाँ सीखेंगी:
- स्मार्ट वित्तीय निर्णय लेना
- बचत और निवेश की रणनीति
- ऋण प्रबंधन और धोखाधड़ी से सुरक्षा
- एक्सेल व पावरपॉइंट जैसे डिजिटल टूल्स का उपयोग
- ऑनलाइन प्रमाण-पत्र अर्जन की प्रक्रिया
🗓 कार्यक्रम की समय-रेखा:
चरण | विवरण | समयसीमा |
---|---|---|
🧑🏫 नोडल शिक्षक चयन | 746 स्कूलों से | 20 मई तक |
🧑💻 नोडल शिक्षक उन्मुखीकरण | ऑनलाइन | 24-25 मई |
🎓 नोडल शिक्षक कोर्स पूर्ण | स्वयं प्रशिक्षण | 25 जून तक |
👧 छात्राओं का लॉगिन तैयार | 25 जुलाई तक | |
💳 वित्तीय साक्षरता पूर्ण | प्रमाण-पत्र अर्जन | 10 सितम्बर तक |
📝 रिपोर्ट तैयार | समेकित रिपोर्ट | 15 सितम्बर |
🖥 डिजिटल कुशलता पूर्ण | 30 अक्टूबर तक | |
📊 अंतिम रिपोर्ट समीक्षा | 10 नवम्बर तक |
🏆 निगरानी व प्रोत्साहन:
- ज़िम्मेदारी: विद्यालय की वार्डेन व नोडल शिक्षक/शिक्षिका
- निगरानी: जिला समन्वयक व BSA
- 🎖 सर्वश्रेष्ठ विद्यालयों को सम्मानित किया जाएगा
🗣 बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह:
“बेटियों को डिजिटल और वित्तीय रूप से सक्षम बनाकर आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में हमारी सरकार निरंतर प्रयासरत है। ‘पासपोर्ट टू अर्निंग’ से बेटियाँ बनेंगी भविष्य की सशक्त नागरिक।”
#बेटियाँ_बनेंगी_सशक्त
#DigitalIndia #FinancialLiteracy #GirlEmpowerment #P2E #YogiSarkar