-डीटीःइम्पैक्ट
प्रमुख संवाददाता/दीनार टाइम्स
कानपुर। ‘दीनार टाइम्स’ की खबर का हुआ असर। पिछले साल हुये एकता गुप्ता हत्याकांड के बाद खास चर्चा में आये ग्रीनपार्क स्टेडियम के जिम के सदस्यों और बैडमिंटन खेलने वाले शौकिया खिलाड़ियों को सदस्यता शुल्क की रसीदंे दी जाने लगी हैं। खेल और खेलों के विकास के प्रति समर्पित व अनुशासन प्रिय नवागत क्षेत्रीय क्रीडा अधिकारी भानू प्रसाद के संज्ञान में रसीद न दिये जाने का मामला आने के बाद जिम्मेदारों को इस बारे ‘टाइट’ किया गया। अब सदस्यता शुल्क की प्राप्ति रसीदे मिलने से जिम और बैडमिंटन के सदस्यों में हर्ष व्याप्त है। इसके लिये उन्होंने आरएसओ सुश्री भानू प्रसाद की भूरि-भूरि प्रशंसा की है।
ग्रीनपार्क जिम के सदस्यों और बैडमिंटन खेलने वाले शौकिया खिलाड़ियों को शुल्क दिये जाने के बाद प्राप्ति रसीद न दिये जाने की एक लंबे समय से शिकायत थी। पूर्व में एक बड़ी संख्या में जिम के सदस्यों और बैडमिंटन खेलने वाले शौकिया खिलाड़ियों को शुल्क प्राप्ति की रसीदंे मुहैया नहीं कराई जा रही थीं। सदस्यों का आरोप था कि क्षेत्रीय क्रीडा अधिकारी के कार्यालय में इस बाबत शिकायत दर्ज कराने पर कोई सुनवाई नहीं की जा जाती थी। आरएसओ भानू प्रसाद ने सभी सदस्यों से शुल्क जमा करने के बाद रसीद लेने की अपील है। इस बारे में कोई समस्या या अड़चन होने पर सदस्य उनसे सीधे संपर्क कर सकते हैं।
जिम के सदस्यों और बैडमिंटन खेलने वाले शौकिया खिलाड़ियों का कहना था कि शुल्क प्राप्ति की रसीद के लिये उन्हें टरका दिया जाता था। काफी मशक्कत करने के बाद कुछेक सदस्यों को ही रसीद जाती थी। शुल्क देने के बाद सदस्यों के कार्ड पर ही खानापूर्ति हो रही थी। इसके अलावा सदस्यों की सूची भी चस्पा नही की जाती थी। आरएसओ भानू प्रसाद के इस बारे में निजी तौर पर रुचि लेने से सदस्यों की इस शिकायत पर काफी हद तक अंकुश लग गया है। हालाकि सूत्रों का कहना है कि अभी भी शुल्क दे चुके सभी सदस्यों को रसीदंे नहीं मिली हैं।
गौरतलब है कि कानपुर मंडल के तत्कालीन मंडलायुक्त व स्मार्ट सिटी लिमिटेड के चेयरमैन डॉ राजशेखर ने शहरवासियों के स्वास्थ्य को ध्यान मे रखते हुये 2023 में एक करोड़ 53 लाख रुपये की लागत से ग्रीन पार्क स्टेडियम के जीर्ण-शीर्ण हो चुके जिम का जीर्वाेद्वार कराया था। इसी तरह कानपुर स्मार्ट सिटी ने एक बड़ा बजट व्यय करके ग्रीन पार्क के टूटे-फूटे मल्टी परपज़ हॉल को नया स्वरुप प्रदान कर इंटरनेशनल लेवल का बना दिया था। पूर्णतया वातानुकूलित जिम व मल्टी परपज हॉल के भव्य, आधुनिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर का हो जाने के बाद यहां पर सदस्यों की भीड़ भी उमड़ने लगी। तत्कालीन जिलाधिकारी विशाख जी ने स्मार्ट सिटी से मशवरे के बाद जिम का सदस्यता शुल्क 1200 और बैडमिंटन के लिये 1500 रुपये प्रति माह निर्धारित कर दिया था। वार्षिक सदस्यता लेने वालों को शुल्क में छूट का प्रावधान भी किया गया था। अपरिहार्य कारणों के चलते यहां जिम्मेदारों की मनमानी कायम हो गई थी