26 फरवरी 2025: महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर श्री राधाकृष्ण मंदिर (जे के मंदिर) में भव्य रुद्राभिषेक का आयोजन किया गया। यह अनुष्ठान भगवान शिव के आशीर्वाद और जनकल्याण के लिए किया गया।

रुद्राभिषेक का शुभारंभ प्रातः 8:00 बजे हुआ, जिसे 11 विद्वान आचार्यों ने मिलकर विधिपूर्वक संपन्न किया। भगवान रूद्र के प्रतीक शिवलिंग को पवित्र गंगाजल और दूध से स्नान कराया गया, जिसके बाद मंत्रोच्चार के साथ विभिन्न पवित्र सामग्रियों से पूजा-अर्चना की गई।
पूजा की प्रक्रिया में शिवलिंग पर क्रमशः दूध, दही, घी, शहद, गंगाजल, पंचामृत, चन्दन, तिल, धान, हल्दी, कुमकुम, बेलपत्र, आकड़े के फूल, कमल के फूल, शमी के पत्ते आदि अर्पित किए गए। इस विशेष अवसर पर मंदिर के गुरुकुल के शिक्षार्थियों ने भी आचार्यों के साथ मिलकर रुद्राभिषेक में भाग लिया। पूजा के दौरान मंत्रों की गूंज और भक्तों की श्रद्धा ने मंदिर परिसर को दिव्यता से भर दिया।

मंदिर को सुंदर पुष्पों और रंगोली से सजाया गया था। सायं 6:30 बजे सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक कार्यक्रम “शिव शक्ति” का आयोजन हुआ, जिसमें कालकुंज ग्रुप के कलाकारों ने भावपूर्ण भस्म आरती और शिव विवाह की मनमोहक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के लिए आकर्षक और भव्य मंच सजाया गया, जिसने पूरे वातावरण को और भी दिव्य बना दिया। उपस्थित सभी श्रृद्धालुओं ने कार्यक्रम का आनंद लेते हुए “हर-हर महादेव” के जयकारे लगाए। सभी श्रृद्धालुओं को महाप्रसाद वितरित किया गया