सक्रिय हिस्ट्रीशीटरों से फॉर्म भरवाने की प्रक्रिया प्रारंभ
- अपराध से तौबा करने वालों का स्वागत करेगी पुलिस
- जेसीपी लॉ एंड आर्डर कर रहे हैं अभियान की समीक्षा
आलोक अग्रवाल/दीनार टाइम्स
कानपुर। कमिश्नरेट पुलिस ने अपराधियों की पारदर्शी निगरानी एवं सामाजिक पुनर्वास के लिये शुरु किये गए ‘ऑपरेशन दिव्य-दृष्टि’ को अभूतपूर्व सहयोग प्राप्त हो रहा है। इस अभियान के शुभारंभ के बाद पुलिस कमिश्नरेट के समस्त थाना प्रभारियों ने ऑपरेशन दिव्य दृष्टि अभियान में नामित निरीक्षक/उप निरीक्षक, सीसीटीएनएस ऑपरेटर व आरक्षी की नियुक्ति कर इच्छुक सक्रिय अपराधियों/हिस्ट्रीशीटरों से फार्म भरवाना शुरु कर दिया है। पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने विगत 18 जून को इस अभिनव परियोजना के शुभारंभ की घोषणा की थी।
पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार का कहना है कि ‘ऑपरेशन दिव्य-दृष्टि’ एक ऐसा प्रयास है जिसमे अपराध नियंत्रण के साथ-साथ अपराधियों के जीवन में सुधार की संभावनाएं भी निहित हैं। तकनीकी एवं आधुनिक पुलिसिंग पर आधारित इस पहल से पारदर्शिता बढ़ेगी साथ ही साथ अपराध नियंत्रण में पुलिस को मदद मिलेगी। संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) आशुतोष कुमार समय-समय पर इस अभियान की समीक्षा कर रहे हैं। सभी जोन के पुलिस उपायुक्त अपने-अपने जोन के अपराधियों को समझाकर इसमें भाग लेने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
ऑपरेशन दिव्य-दृष्टि के तहत प्रत्येक थाने से प्रारंभिक तौर पर सक्रिय हिस्ट्रीशीटरों के नाम चिह्नित कर, उनसे सहमति पत्र प्राप्त किए जा चुके हैं। इन व्यक्तियों ने पुलिस के साथ अपना मोबाइल लोकेशन साझा करने की अनुमति दी है, जो पुलिस के पर्यवेक्षण के
अधीन रहेगा।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा अन्य कई इच्छुक अपराधियों द्वारा भी स्वयं आकर इस अभियान से जुड़ने की इच्छा व्यक्त की गई है, जिनकी संख्या निरंतर बढ़ रही है। इससे यह स्पष्ट है कि समाज में अपराध नियंत्रण हेतु विश्वास एवं सहभागिता की भावना सुदृढ़ हो रही है। सभी थानों में ऑपरेशन हेतु नामित अधिकारी गूगल मैप लोकेशन शेयरिंग प्रक्रिया से अवगत कराए गए हैं और एसआपी के अनुरूप कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है।
यह अभियान न केवल अपराध पर नियंत्रण का आधुनिक साधन है, बल्कि एक सामाजिक संदेश भी है कि यदि कोई व्यक्ति अपराध से तौबा कर, समाज की मुख्यधारा में लौटना चाहे तो कानपुर पुलिस उसका स्वागत करेगी।
अब तक का जोन वार विवरण इस प्रकार है-
सहमती पत्र देने वालों की संख्या
ईस्ट जोन- 53
वेस्ट जोन- 75
सेंट्रल जोन- 49
साउथ जोन- 99
कुल योग- 276