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कानपुर। कांफ्रेंस का दूसरा दिन दिल्ली से आये पदम् श्री विश्वप्रसिद्ध सर्जन डॉ. प्रदीप चौबे ने बतौर मुख्य अतिथि कांफ्रेंस का उद्घाटन किया डॉ. चौबे ने FALS Hernia Congress के आये हुए सर्जन्स को सम्बोधित करते हुए हर्निया ऑपरेशन की आधुनिक व सुरक्षित विधियां अपनाने की सलाह दी और आधुनिक तकनीक जैसे आर्टिफीसियल इंटेलेंगेंस सिमुलेशन व रोबोटिक सर्जरी द्वारा जीरो रेकरेंस हर्निया सर्जरी के बारे में बताया।
कांफ्रेंस के दूसरे दिन इरोड दक्षिण भारत से आये अध्यक्ष डॉ. ईश्वरमूर्ति ने पेट की संरचना पर प्रकाश डाला जिसका हर्निया सर्जन को सूक्ष्म ज्ञान होना आवश्यक है।
हैदराबाद से आई डॉ. कोना लक्ष्मी कुमारी ने रोबोटिक सर्जरी द्वारा हर्निया के ऑपरेशन पर प्रकाश डाला।
FALS हर्निया कांफ्रेंस के मुख्य सलाहकार व एसोसिएशन ऑफ़ सर्जन्स ऑफ़ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष डॉ. शिवाकांत मिश्रा ने बताया कि पेट के विभिन्न बिमारियों के ऑपरेशन के बाद पेट कि परतों को ठीक से न सिलने से अथवा सही टाकों अथवा टाकों में प्रयोग किये जाने वाले विशेष धागों का इस्तेमाल न होने अथवा किसी भी प्रकार के इन्फेक्शन को होने पर incisional हर्निया की संभावना काफी बढ़ जाती है और पिछले तीन दशकों में incisional हर्निया में 30 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। मोटापा, डॉयबिटीज सिगरेट पीने वालों अथवा कैंसर आदि के मरीजों में incisional हर्निया होने की ज्यादा संभावना रहती है।
प्रतिभागी सर्जन्स ने देश के विभिन्न भागों से आये हुए विशेषज्ञों से हर्निया के बारे में अपनी शंकाओं पर प्रश्न पूछे व युवा सर्जनों ने E – poster के माध्यम से खास अनुभव कांफ्रेंस में साझा किये।
कल कांफ्रेंस के तीसरे दिन विभिन्न प्रकार की हर्निया सर्जरी का सजीव प्रसारण एल एल हॉस्पिटल से किया जायेगा जिसमे हर्निया के ऑपरेशन की बारीकियां 300 से अधिक प्रतिभागी समझ और सीख सकेंगे इस कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ शिवांशु मिश्रा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में पहली बार हो रहे 3 दिन चलने वाले FALS Hernia प्रोग्राम उन सभी शल्य चिकित्सकों के लिए एक मिल का पत्थर साबित होगा जो आधुनिक हर्निया सर्जरी में निपुणता हासिल करना चाहते है।
इस कांफ्रेंस में पुरे देश से 250 से ज्यादा सर्जन हिस्सा ले रहे है जिन्हे राष्ट्रीय ख्याति का हर्निया सर्जन कांफ्रेंस के पहले 2 दिन लेक्चर, पैनल डिस्कशन, एंडोट्रानेर्स व तीसरे दिन सजीव ऑपरेशन द्वारा हर्निया ऑपरेशन की आधुनिकतम ऑपरशन व इसकी जटिलताओं से प्रतिभागियों को अवगत कराया गया। इस कांफ्रेंस के अंत में प्रतिभागी सर्जन का परीक्षा द्वारा मूल्यांकन किया जायेगा सफल प्रतिभागियों को FALS Hernia (Fellowship in Advanced Laparoscopic Surgery for Hernia) की उपाधि प्रदान की जाएगी।
कार्यक्रम के आयोजक डॉ. शिवांशु मिश्रा ने बताया सम्मलेन में सारे देश से लेप्रोस्कोपी के विद्वान पदम श्री डॉ. प्रदीप चैबे-नई दिल्ली, डॉ। सेंथिल मीनाक्षी सुंदरम होसुर, डॉ. एम. कनागवेल-चेन्नई, डॉ. गन्नी भास्कर राव राजमुंदरी, डॉ. सुषमा सुरपनेनी -विजयवाड़ा (आ.प्र.), डॉ. निधि खंडेलवाल- मुंबई. डॉ प्रिया रंजन बिहार, डॉ. सुनील पोपट-अहमदाबाद, डॉ. दीप गोयल नई दिल्ली, डॉ. तरूण मित्तल – नई दिल्ली, डॉ. समीर रंजन नायक राजमुंदरी (ए.पी.), डॉ मीनाक्षी शर्मा-गुरुग्राम, डॉ लक्ष्मी कोना- हैदराबाद, डॉ. ईश्वरमूर्ति – इरोड (टी.एन.), डॉ इशांत चौरसिया इंदौर, डॉ सतीश मिड्डा रांची, डॉ मनीष बैजल- नई दिल्ली, डॉ राहुल महादार ठाणे, डॉ वी. कलैवानी – बेंगलुरु, डॉ. गणेश शेनॉय- बेंगलुरु, डॉ विवेक बिंदल नई दिल्ली, डॉ टी. शिवकुमार कन्याकुमारी, डॉ रणदीप वधावन- नई दिल्ली, डॉ नवीन अलेक्जेंडर चेन्नई आदि भाग ले रहे है।
इसमें देश के विभिन्न भागों से आये हुए 300 से अधिक प्रतिभागियों के आलावा एसोसिएशन ऑफ़ सर्जन्स इंडिया के पूर्व अध्यक्ष डॉ. शिवाकांत मिश्रा, जी. एस.वी. ऍम. मेडिकल कॉलेज के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. वी. के. मल्होत्रा, डॉ. राजीव भार्गव, डॉ. वी. एस. तिवारी तथा वरिष्ठ सर्जन डॉ. राजन लूथरा, डॉ. यू. सी. सिन्हा, डॉ. सी. के. सिंह, डॉ. एस. के. लूथरा डॉ. अभिमन्यु कपूर, डॉ. शरद दमेले, डॉ. बी. के. गुप्ता, आदि मौजूद रहे।