प्रमुख संवाददाता/दीनार टाइम्स
कानपुर। अब क्यूआर कोड वाले ई-रिक्शे ही निर्धारित मार्गों पर चल सकेंगे। बुधवार को नगर निगम में महापौर प्रमिला पांडेय, मंडलायुक्त के. विजियन पांडियन, जेसीपी आशुतोष कुमार व नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने पंजीकृत ई-रिक्शों को क्यूआर कोड वितरण कर उन्हें हरी झंडी दिखाई। फिलहाल 7500 ई रिक्शांे का पंजीकरण हुआ है। अन्य के लिए पंजीकरण का समय बढ़ा दिया गया है।
ट्रैफिक व्यवस्था को सुलभ व सुलग बनायें जाने दिशा में पंजीकृत हुये ई-रिक्शों को क्यूआर कोड वितरण किये गये। नगर निगम मुख्यालय में महापौर प्रमिला पांडेय, कानपुर मंडल के आयुक्त विजियन पांडियन, जेसीपी लॉ एंड ऑर्डर आशुतोष कुमार ने पंजीकृत ई-रिक्शों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
हरी झंडी दिखाने से पहले महापौर श्रीमती पांडेय ने आईटी प्रभारी के मोबाइल में एप से ई-रिक्शे पर चिपकाया गया क्यूआर कोड स्कैन किया। ऐसा करते ही मोबाइल स्क्रीन पर उससे संबंधित जानकारियां दिखने लगीं आईटी प्रभारी ने शुभारंभ समारोह में अधिकारियों को इसकी जानकारी भी दी।
पुलिस उपायुक्त यातायात रवींद्र कुमार ने बताया कि नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने बताया गया कि 28 जून तक क्यूआर कोड वितरित करने के बाद 29 से तय रूट पर ही ई-रिक्शे चलेंगे। पंजीकरण कराने के लिए समयावधि बढ़ा दी गई है। सभी ई-रिक्शा संचालकों को पंजीकरण कराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। 29 जून तक पंजीकरण न कराने वाले ई-रिक्शों पर कार्रवाई की जाएगी। ई-रिक्शों का रूट निर्धारित किया गया है। क्यूआर कोड ई-रिक्शों पर चिपकाकर दिया गया है। कोड स्कैन करने से गाड़ी मालिक, चालक, निर्धारित रूट आदि का पता चलेगा। सरकार ने इनका सत्यापन किया है।
डीसीपी ट्राफिक ने बताया कि पंजीकृत ई-रिक्शा संचालकों को मेडिकल इंश्योरेंस सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन, यातायात पुलिस, आरटीओ, नगर निगम समेत अन्य विभागों ने रूट निर्धारित किए हैं। क्यूआर कोड लगे ई-रिक्शा को क्षेत्रीय परिवहन के डाटा से लिंक करते हुए नगर निगम की ओर से तैयार मोबाइल एप और वेब पोर्टल से इंटीग्रेट किया गया है।