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अदरक वाली हो या आइस्ड लेमन टी, चाय की बात ही कुछ और है!

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नेशनल टी डे पर टीवी के लोकप्रिय कलाकारों ने चाय के साथ अपने रिश्तों का साझा किया। चाय उनके लिये सिर्फ एक पेय नहीं है, बल्कि रोजाना ऊर्जा, गर्माहट और भागमभाग के बीच सुकून के पल देने वाली एक अच्छी साथी है।

भीमा में धनिया की भूमिका निभा रहीं स्मिता सेबल ने बताया, ‘‘चाय मेरा उत्साह बढ़ाती है। वह बिना कुछ कहे मुझे समझ जाती है। सुबह-सुबह एक कड़क मसाला चाय की गर्माहट मुझे कहती है कि ‘आज का दिन तुम्हारा है’। सर्दियों में अदरक वाली चाय और झुलसाने वाली गर्मियों के दौरान शूटिंग में आइस्ड लेमन टी का एक बड़ा-सा गिलास मेरा दिल जीत लेता है। वह तीखी, ठंडी और तुरंत मूड को अच्छा करने वाली होती है। ग्रीन टी पीने के बाद भावुक सीन भी मेरे लिये आसान हो जाते हैं। मेरा ध्यान भटकता नहीं है। मेरे लिये चाय सिर्फ एक पेय नहीं है, बल्कि खास तरह का मूड और एक याद है। मेरे दिमाग को उससे राहत मिलती है।’’

‘हप्पू की उलटन पलटन‘ के दरोगा हप्पू सिंह, ऊर्फ योगेश त्रिपाठी ने बताया, ‘‘चाय कुल्हड़ में की जाने वाली मेरी साधना हैं। चाहे मैं दिन की भागदौड़ के लिए तैयार हो रहा हूं या फिर उससे आराम कर रहा हूं, चाय हमेशा मेरा मूड बना देती है। मेरी सुबह कड़क चाय से शुरू होती है जो मुझे जगाने का काम करती है। मैं देसी चाय पसंद करता हूँ, जो दूध, चायपत्ती, शक्कर, अदरक और इलायची से बनती है। कभी-कभी उसमें थोड़ी काली मिर्च भी हो सकती है। मुझे चाय पीने में जितना मजा आता है, उतना ही उसे बनाने की प्रक्रिया भी मुझे पसंद है। एक व्यस्त दिन के बाद दोबारा मिलने पर यह टी ब्रेक्स हमें बड़ा आनंद देते हैं।’’


‘भाबीजी घर पर हैं‘ की अंगूरी भाबी, ऊर्फ शुभांगी अत्रे ने बताया, ‘‘मुझे चाय बहुत पसंद है, लेकिन खुशबूदार चाय पीकर मुझे बहुत अच्छा लगता है। मैं कह सकती हूँ कि मैंने हर फ्लेवर चखा हुआ है। माराकेच की मोरक्कन मिंट टी से लेकर जापान की माचा और चीन की ऊलोंग तक, मुझे स्थानीय चाय खोजने में बड़ा आनंद आया है। लेकिन देसी कुल्हड़ वाली चाय मेरी सदाबहार पसंद है। जमीन से जुड़ा और आपको अपनी जड़ों से जोड़ने वाला उसका स्वाद सचमुच खास होता है।’’