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अयोध्या में संत रविदास मंदिर के सत्संग भवन का सीएम योगी करेंगे उद्घाटन

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  • एक दिवसीय दौरे पर शनिवार को अयोध्या पहुंचेंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
  • 1 करोड़ 15 लाख की लागत से नवनिर्मित संत रविदास भवन का करेंगे उद्घाटन
  • गुरु रविदास और डॉ. बी.आर. अंबेडकर की मूर्तियों पर करेंगे माल्यार्पण
  • पर्यटन विभाग के द्वारा यूपीपीसीएल ने कराया है भवन का निर्माण
  • 400 लोगों की हाल में बैठने की होगी व्यवस्था

  • हनुमानगढ़ी व रामलला का दर्शन भी करेंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

अयोध्या, 9 मई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को अयोध्या दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वह सवा करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित संत रविदास सत्संग भवन का उद्घाटन करेंगे। अयोध्या धाम के हनुमानकुंड स्थित संत शिरोमणि गुरु रविदास मंदिर परिसर में बना यह भवन पर्यटन विभाग के सहयोग से यूपीपीसीएल द्वारा निर्मित किया गया है। इस आधुनिक सत्संग भवन में 400 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है, जो श्रद्धालुओं को सत्संग और धार्मिक आयोजनों के लिए एक सुविधाजनक स्थान प्रदान करेगा।

मुख्यमंत्री दोपहर दो बजे तक अयोध्या के राम कथा पार्क हेलीपैड पर पहुंचेंगे। सबसे पहले वह हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन करेंगे और इसके बाद श्री रामलला के दर्शन के लिए राम जन्मभूमि मंदिर जाएंगे। इसके पश्चात वह संत रविदास मंदिर पहुंचकर गुरु रविदास जी की पूजा-अर्चना करेंगे। इस दौरान वह गुरु रविदास और डॉ. बी.आर. अंबेडकर की मूर्तियों पर माल्यार्पण करेंगे। उद्घाटन समारोह के बाद मुख्यमंत्री मंच से भक्तों को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम के समापन पर सभी के लिए प्रसाद की व्यवस्था भी की गई है। मंदिर के महंत बनवारी पति उर्फ ब्रह्मचारी ने बताया कि यह भवन गुरु रविदास के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा।

अयोध्या को वैश्विक धार्मिक और पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए योगी सरकार द्वारा कई परियोजनाएं चल रही हैं। इस भवन के निर्माण से न केवल स्थानीय श्रद्धालुओं को लाभ होगा, बल्कि देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को भी गुरु रविदास के जीवन और शिक्षाओं से परिचित होने का अवसर मिलेगा। यह भवन आध्यात्मिक और सामाजिक समरसता का प्रतीक बनेगा।

सत्संग हाल की विशेषताएं

  • -1 करोड़ 15 लाख रुपये से निर्माण
  • -सत्संग हाल में 400 लोगों के बैठने की व्यवस्था
  • -यह सत्संग, धार्मिक और सामाजिक आयोजनों के लिए आधुनिक सुविधायुक्त है
  • -यह भवन गुरु रविदास के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केंद्र के रूप में उभरेगा