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मैंने एक्ट्रेस बनने के बारे में कभी नहीं सोचा था- आर्ची सचदेवा

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भारतीय टेलीविज़न की तेज़ रफ्तार और जबर्दस्त कॉम्पिटीशन वाली दुनिया में जहां अनगिनत सपने एक ब्रेक के इंतज़ार में रहते हैं, वहीं लोकप्रिय शो ‘कुमकुम भाग्य’ की पायल यानी आर्ची सचदेवा की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं लगती। ये टैलेंटेड एक्ट्रेस कभी कैमरे के सामने नहीं, बल्कि आसमान में उड़ान भरने की तैयारी में थीं।


कैमरे का सामना करने से बहुत पहले, आर्ची एक बिल्कुल अलग उड़ान के लिए तैयार हो रही थीं। उनकी एविएशन ट्रेनिंग लगभग पूरी हो चुकी थी और वो बतौर केबिन क्रू आसमान में उड़ने के सपने देख रही थीं। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था। अपनी मां से प्रेरित होकर उन्होंने एक ऑडिशन देने का अचानक लिया गया फैसला कर लिया, और बस वहीं से उनकी ज़िंदगी की दिशा बदल गई। उस एक कदम ने उन्हें कई नए मौकों के दरवाज़े खोलकर दिए। देखते ही देखते आर्ची टेलीविज़न की रंगीन दुनिया में उतर गईं।

एविएशन का सपना पीछे छूट गया और दिल की आवाज़ को सुनते हुए उन्होंने एक के बाद एक कई टीवी शोज़ में काम किया। हर शो ने उन्हें कुछ नया सिखाया और अभिनय के प्रति उनका प्यार और गहरा होता चला गया। ये सफर तब एक अहम मोड़ पर पहुंचा जब उन्हें कुमकुम भाग्य में अपनी भूमिका मिली। आज जब वो इस आइकॉनिक शो का हिस्सा हैं, तो खुद को बेहद सौभाग्यशाली मानती हैं।


अपनी इस जर्नी पर बात करते हुए आर्ची कहती हैं, ‘‘मैं एक ऐसे परिवार से आती हूं, जिसका एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से कोई नाता नहीं रहा। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि एक दिन मैं एक्ट्रेस बनूंगी। स्कूल में आर्ट टीचर भी रही, फिर एविएशन जॉइन करने का मन बना लिया। लेकिन दिल के किसी कोने में एक्टिंग का सपना हमेशा था, जो शायद मैं खुद भी भूल गई थी।

मेरी मां ने मुझे वो सपना याद दिलाया और कहा कि एक बार ट्राय करके देखो। मैंने ऑडिशन दिया और जब पहली बार सेट पर गई, तो लगा जैसे यही मेरी जगह है। उस दिन से मैंने तय कर लिया कि अब मुझे सिर्फ एक्टिंग ही करनी है, और फिर मैंने मुंबई आकर अपने सपने को जीना शुरू कर दिया। वो कहती हैं, ‘‘जब आज पीछे मुड़कर देखती हूं, तो लगता है जैसे ज़िंदगी ने मेरे लिए एक खूबसूरत प्लान पहले से ही बना रखा था। हर एक किरदार ने मुझे कुछ नया सिखाया, लेकिन कुमकुम भाग्य मेरे दिल के सबसे करीब है।’’

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