इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, कानपुर के कान्फ्रेंस हॉल में 1 जुलाई, डॉक्टर्स डे पर होने वाले कार्यक्रमों के बारे में एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया है जिसमे आई ऍम.ए. कानपुर की अध्यक्षता डॉ. नंदनी रस्तोगी, आई.एम.ए. कानपुर के सचिव, डॉ. विकास मिश्रा, समन्वयक आयोजक व पूर्व अध्यक्ष, डॉ. शिवा कांत मिश्रा, डॉ. नीलम मिश्रा एवं डॉ. बृजेन्द्र शुक्ला, तथा तिरंगा अगरबत्ती के प्रबंध निदेशक श्री नरेंद्र शर्मा उपस्थित रहे।*
आई.एम.ए. कानपुर की अध्यक्ष, डॉ. नंदिनी रस्तोगी ने बताया की, डॉक्टर्स डे प्रति वर्ष 1 जुलाई को मनाया जाता है। डॉ. बिधान चंद्र राय का जन्म व उनका निधन भी 1 जुलाई को ही हुआ था। चिकित्सा क्षेत्र में उनके योगदान को सम्मान देने के उद्देश्य से 1 जुलाई 1991 को डॉक्टर्स डे मनाने की शुरुआत की गई थी जो प्रतिवर्ष मनाया जाता है।
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इस दिन को मनाने का मकसद डॉक्टर्स के समाज में योगदान व उनके कार्यों के बारे में लोगों को जागरूक करना है। जो अपने सुख-दुख को त्याग कर मरीजों के लिए जीते हैं और समाज को रोगमुक्त रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। कोविड संक्रमण के दौरान डॉक्टर्स ही थे, जो बिना अपनी जान की परवाह किए घंटे लगातार ड्यूटी कर रहे थे। कई डॉक्टर्स ने अपनी जान भी गंवा दी। इन डॉक्टर्स के बलिदान को भी आज के दिन याद किया जाता है।
डॉ. बिधान चंद्र राय वेस्ट बंगाल के 14 वर्षों तक मुख्यमंत्री भी रहे और डॉ. बिधान चंद्र राय एक बहुत प्रतिष्ठित चिकित्सक भी थे और उन्होने अपना जीवन समाज की सेवा करने में व निःस्वार्थ राजनीती में लगाया पहली जुलाई को डॉ. बिधान चंद्र रॉय का जन्मदिन व उनका निर्वाण दिवस भी मनाया जाता है। राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस व्यक्तिगत जीवन और समाज में चिकित्सकों और स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों के योगदान के लिए समर्पित एक विशेष उत्सव है। यह डॉक्टरों द्वारा प्रतिदिन प्रदान किए जाने वाले समर्पण, करुणा और देखभाल को मान्यता देता है।
आई.एम.ए. कानपुर के सचिव, डॉ विकास मिश्रा ने बताया कि, डॉक्टर्स डे केवल चिकित्सकों के सम्मान का दिन नहीं है, बल्कि समाज के प्रति चिकित्सा समुदाय की जिम्मेदारी को पुनः स्मरण करने और उसे निभाने का संकल्प लेने का अवसर भी है। साथ ही बताया कि रात्रि 8 बजे से संस्था के सभागार में भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आचार्य योगेश जी महाराज श्रीमद भागवत कथा एवं श्री राम कथा के सरस वक्ता अयोध्या धाम के द्वारा भक्ति संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी। यह संध्या आत्मिक शांति और मानसिक स्वास्थ्य को प्रोत्साहन देने हेतु एक विशिष्ट अवसर होगी। भजन संध्या के पाश्चात्य एक विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें आईएमए बिल्डिंग कमेटी के सदस्यों, आई.एम.ए. के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व सचिवों, आईएमए भवन निर्माण निधि (Building Fund) में आर्थिक सहयोग देने वाले सम्माननीय चिकित्सकों एवं समाज सेवा में अग्रणी रहने वाले गणमान्य नागरिकों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन चिकित्सकों के प्रति कृतज्ञता की अभिव्यक्ति होगी जिन्होंने संस्था की अधोसंरचना के विकास में सक्रिय सहयोग प्रदान किया है।
कार्यक्रम की सहयोगी संस्था रामकुटी फाउंडेशन के प्रमुख व आई. एम. ए. कानपुर पूर्व अध्यक्ष डॉ. शिवा कांत मिश्रा ने बताया कि हर वर्ष लाखों यूनिट ब्लड की आवश्यकता होती है और यदि समय पर किसी भी मरीज को रक्त न मिले तो उस व्यक्ति की जान जा सकती है। भारतवर्ष में प्रतिवर्ष 5 करोड़ यूनिट रक्त कि आवस्यकता पड़ती है लेकिन सिर्फ 2.5 करोड़ यूनिट्स ही मिल पाती हैं। हमें प्रति 2 सेकंड में एक रक्त कि आवश्यकता होती है और हर दिन 38000 यूनिट की। एक कार एक्ससीडेंट में लगभग सौ यूनिट रक्त कि आवश्यकता होती है और हमारे देश में लगभग 30 मिलियन ब्लड कंपोनेंट्स कि प्रति वर्ष जरुरत पड़ती है।
रक्त दान की बहोत से फायदे है जिससे न सिर्फ तीन जिन्दगिया बचाई जा सकती है बल्की रक्त दान की समय आप का मुफ्त जांच होती है आप के वजन को भी कम करने में सहायक है, शरीर में रक्त के बहाव को इम्प्रूव करता है, हृदय रोग को कम करता है व मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करता है। रक्त दान करना एक उदारता व साहस का परिचायक है, जिससे कई जीवन लाभान्वित होते है। आप के दिए हुए रक्त से दूसरे की जान बचती है।
आई. एम. ए. कानपुर के इस विशाल रक्तदान शिविर के आयोजन में सुप्रसिद्ध समाज सेवी व तिरंगा अगरबत्ती समूह के प्रबंध निदेशक पंडित नरेंद्र शर्मा व रामकुटी फाउंडेशन के प्रमुख व आई. एम. ए. के पूर्व अध्यक्ष डॉ. शिवा कांत मिश्रा का प्रमुख सहयोग रहा।
आई.एम.ए. कानपुर के पूर्व अध्यक्ष एवं सामुदायिक सेवा समिति के चेयरमैन डॉ. वी. सी. रस्तोगी ने बताया कि, कानपुर आई. एम. ए. न सिर्फ़ देश की सबसे बड़ी शाखा है बल्कि पूरे देश की पांचवीं सबसे बड़ी शाखा है और यह समाज की सेवा में समर्पित है 1 जुलाई डॉक्टर्स डे के दिन समाज सेवा से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है जिसमें प्रमुख रूप से एक मेगा ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया है जिस को रामकुटी फाउंडेशन व तिरंगा अगरबत्ती ग्रुप द्वारा प्रायोजित किया जा रहा है इसमें विभिन्न वर्गों के लोग ब्लड डोनेशन के बारे में न सिर्फ़ जागरूक होंगे बल्कि काफ़ी लोग काफ़ी भारी मात्रा में रक्तदान कर के अपने और समाज के दायित्व को भी पूरा करेंगे।
आईएमए कानपुर के पूर्व अध्यक्ष, डॉ. बृजेन्द्र शुक्ला ने बताया कि डॉक्टर्स डे मनाने का मूल्य उद्देश समाज में डॉक्टरों की अथवा चिकित्सकों की भूमिका और उनके निःस्वार्थ कार्यों की सराहना करना है जो की धरती पर भगवान् कहे जाते हैं और जैसे सीमा पर जवान लोग हमारे जानमाल की रक्षा करते हैं देश की रक्षा करते हैं उसी तरह डॉक्टर्स हमें व हमारे परिवार को विभिन्न बीमारियों व जानलेवा दुर्घटना से हमारी रक्षा करते हैं।
*रामकुटी फाउंडेशन के सहयोग से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन कानपुर के परिसर के चारो तरफ संस्था के पूर्व अध्यक्षों व वर्तमान पदाधिकारियों द्वारा वृक्षारोपण भी किया जाएगा ।