- सुरक्षा में अतिरिक्त पुलिस बल किया गया तैनात
- सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से हो रही निगरानी
- पुलिस के अलावा पीएसी व क्यूआरटी भी तैनात
- जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट भी बनाए गए है
प्रमुख संवाददाता/दीनार टाइम्स
कानपुर। ईद-उल-फितर और नवरात्र मंदिरों में लगने वाले मेले और जवारा जुलूसों के लिए कमिश्नरेट पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंध किये हैं। तपेश्वरी व बारा देवी मंदिरों समेत प्रमुख देवी मंदिर और मस्जिदों के आसपास पुलिस के अलावा पीएसी, क्यूआरटी का कड़ा पहरा रहेगा। एलआईयू यानि खुफिया को भी यहां सक्रिय किया गया है। सीसीटीवी कैमरों के साथ ही ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी। व्यवस्था चाक चौबंद रखने के लिए स्थानीय पुलिस के अलावा एक हजार अतिरिक्त पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं।
ईद और नवरात्र पर एक हजार अतिरिक्त पुलिस कर्मी सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। धार्मिक स्थलों के आसपास व संवेदनशील जगहों की निगरानी सीसीटीवी और ड्रोन से होगी। नवरात्र मेले रविवार से शुरू हो गये हैं, जबकि चांद दिखने पर ईद सोमवार को मनाई जा सकती है। ऐसे में सभी चारों जोन के डीसीपी, एडीसीपी, एसीपी और थाना प्रभारियों ने मंदिर और मस्जिदों की सुरक्षा व्यवस्था को परखा।
- अधिकारियों ने शनिवार को धार्मिक स्थलों पर आने-जाने वाले मार्गों का निरीक्षण किया। एडिशनल पुलिस कमिश्नर लॉ एंड आर्डर हरीश चंदर ने बताया कि क्षेत्रीय पुलिस के साथ ही पीएसी, आरएएफ, क्यूआरटी और होमगार्ड के जवान तैनात रहेंगे। रविवार को चांद दिखने पर ईद की नमाज सोमवार को अता की जाएगी। मस्जिदों और नमाज वाली जगहों पर एक हजार अतिरिक्त फोर्स लगेगा। इसमें पांच कंपनी पीएसी, क्यूआरटी और रिजर्व बल शामिल हैं। जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाए गए हैं। इनके निर्देशन में फोर्स तैनात होगी। यही फोर्स नवरात्र मेले से रामनवमी तक मुस्तैद रहेगा।
अपर पुलिस आयुक्त हरीश चंदर ने बताया कि शहर में धारा 163 (पूर्व की 144) पहले से लागू है। थानास्तर पर लाउड स्पीकर वालों को निर्देशित कर दिया गया है कि धार्मिक आयोजन के लिए दो लाउड स्पीकर से अधिक किसी को न दिए जाएं। अगर ऐसी कहीं शिकायत मिलती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सुअर पालकों को भी ईद के समय जानवरों को बाड़े के अंदर रखने के निर्देश दिए गए हैं। कई पालकों को नोटिस भी जारी हुआ है।