कानपुर,। शहर में स्थित फॉर्च्यून अस्पताल अपनी उत्कृष्ट क्रिटिकल केयर सुविधाओं के लिए तेजी से पहचान बनाई है। गंभीर रूप से बीमार मरीजों के इलाज के लिए यह अस्पताल आधुनिक तकनीक और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम से लैस है, जो इसे क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ क्रिटिकल केयर सेंटरों में से एक बनाता है।
अस्पताल में एक अत्याधुनिक क्रिटिकल केयर यूनिट (आईसीयू) है, जो नवीनतम चिकित्सा उपकरणों और जीवन रक्षक प्रणालियों से सुसज्जित है। यहां पर चौबीसों घंटे अनुभवी इंटेंसिविस्ट, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद रहते हैं, जो मरीजों की लगातार निगरानी और देखभाल सुनिश्चित करते हैं। फॉर्च्यून अस्पताल में मल्टी-स्पेशियलिटी आईसीयू के साथ-साथ पोस्ट-सर्जरी, स्ट्रोक, पोस्ट-ट्रांसप्लांट और नवजात शिशुओं एवं बच्चों के लिए विशेष आईसीयू भी उपलब्ध हैं।
अस्पताल के क्रिटिकल केयर विभाग में विभिन्न गंभीर बीमारियों और स्थितियों के इलाज की विशेषज्ञता है, जिनमें शामिल हैं:
गंभीर श्वसन और विफलता
कार्डियक अरेस्ट और गंभीर हृदय रोग
बड़ी सर्जरी के बाद की देखभाल
गंभीर संक्रमण और सेप्सिस
दुर्घटनाओं से होने वाली गंभीर चोटें
फॉर्च्यून अस्पताल का क्रिटिकल केयर मैनेजमेंट इस तथ्य पर आधारित है कि सुव्यवस्थित क्रिटिकल केयर सेवाएं मृत्यु दर, अस्पताल में रहने की अवधि और संक्रमण दर जैसे महत्वपूर्ण समग्र परिणामों को प्रभावित करती हैं।
अस्पताल निदेशक डॉ मनीष वर्मा का कहना है कि उनका लक्ष्य मरीजों को उत्कृष्ट, रोगी-केंद्रित और साक्ष्य-आधारित क्रिटिकल केयर प्रदान करना है। वे प्रभावी संचार और टीम वर्क पर महत्व देते हैं, और लगातार गुणवत्ता सुधार के लिए प्रयासरत रहते हैं।
कानपुर और आसपास के क्षेत्रों के लोगों के लिए, फॉर्च्यून अस्पताल एक उम्मीद की किरण बनकर उभरा है, जहां गंभीर रूप से बीमार मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली क्रिटिकल केयर मिल सकती है। अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और अनुभवी मेडिकल टीम के साथ, यह अस्पताल निश्चित रूप से क्षेत्र में क्रिटिकल केयर सेवाओं के लिए एक बेंचमार्क स्थापित कर रहा है।