हरिद्वार की सत्र न्यायालय ने आज प्रणव सिंह चैंपियन को गोलीकांड में ज़मानत दे दी है। आपको बता दें प्रणव सिंह चैंपियन 27 जनवरी को गिरफ़्तार किए गए थे जिसके बाद उनको न्यायिक अभिरक्षा में रखा गया था। इस पूरे मामले में निचली अदालत द्वारा चैम्पियन की ज़मानत दो बार ख़ारिज की जा चुकी थी। जानकारों की मानें तो चैम्पियन को इस पूरे मामले में ज़मानत मिलना बेहद मुश्किल माना जा रहा था। हालाँकि सुप्रीम कोर्ट से आयी एक वरिष्ठ अधिवक्ताओं की टीम ने जिला जज के समक्ष ज़रूरी तथ्यों को रख कर ज़ोरदार बहस की जिसके परिणाम स्वरूप प्रणव सिंह चैंपियन को सशर्त ज़मानत मिल गई।
चैंपियन की इस विधिक टीम की अगुवाई कर रहे उत्तराखंड पूर्व मुख्यमंत्री सलाहकार एडवोकेट आयुष पंडित और अरविंद शुक्ला ने लंबे समय से जेल में बंद प्रणव सिंह चैंपियन को ज़मानत दिलवा कर एक बड़ी राहत दी है। कोर्ट में बहस के दौरान हरिद्वार सत्र न्यायालय के लोकल वकीलों के बीच पंडित आयुष गौड़ और अरविंद शुक्ला की धमाकेदार बहस पूरे दिन चर्चा का विषय बनी रही।
चैंपियन के वक़ील आयुष पंडित ने बताया
कि इस पूरे मामले में विपक्ष द्वारा घटना को बढ़ा चढ़ाकर तहरीर में लिखा गया था जिस पर पुलिस को गुमराह किया गया गहन जाँच और विवेचना के बाद पुलिस की चार्जशीट से भी यह साफ़ हो गया है की यह पूरा मामला 307 IPC का नहीं था। अदालत ने पूरे मामले को गंभीरता से समझते हुए प्रणव सिंह चैंपियन को एक बड़ी राहत दी है। वहीं कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन के समर्थक और 36 बिरादरी के लोगों ने आयुष पंडित और उनकी टीम का अभिवादन करते हुए उनके प्रति अपने सबसे लोकप्रिय नेता को जेल से बाहर निकालने के लिए धन्यवाद प्रकट किया है।