कानपुर। पनकी पॉवर प्लांट में शुक्रवार को पहली बार 660 मेगावाट विद्युत उत्पादन होने पर मुख्य महाप्रबंधक गोविंद कुमार मिश्रा, इंजीनियरों व एचएएल के अधिकारियों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई। प्लांट में पूरी क्षमता से बिजली उत्पादन के लिए मुख्य महाप्रबंधक एक सप्ताह से नियंत्रण कक्ष में मौजूद थे।
पनकी में 6 हजार 7 सौ करोड़ रुपये से 660 मेगावाट क्षमता के पॉवर प्लांट की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2019 में आधारशिला रखी थी। शुक्रवार को 660 मेगावाट का पहला ट्रायल सफल रहा। ट्रायल 72 घंटे तक चलेगा। परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक ने बताया कि पनकी पॉवर प्लांट में पूरी क्षमता से बिजली उत्पादन हो, इसके लिए इंजीनियरों व बीएचएल के अधिकारियों द्वारा काफी प्रयास किया जा रहा था। अब 660 मेगावाट बिजली उत्पादन के ट्रायल की प्रकिया अंतिम चरण की सफलता में पूर्ण क्षमता के साथ शुरू हो गई है।
ट्रायल के बाद बिजली ग्रिड को दी जाएगी। उसके बाद उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों या दूसरे राज्यों को उपलब्ध होगी। पनकी परियोजना मुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री के 24 घंटे विद्युत आपूर्ति के वचन को पूर्ण करने के लिए प्रतिबद्ध है। बीएचईएल से जेके सिंह, वीरेंद्र सिंह, वीके सिंह, एचएस पटेल, पनकी परियोजना से एलपी गौतम, राम कुमार, परमनांद अहिरवार, विकास सिंह, पवन कुमार, सौरभविजय, वैभव कुमार पुनीत शर्मा, विनीत दुबे व मनोज सोनकर मौजूद रहे |