Download App from

Follow us on

मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो यात्री सेवाओं के विस्तार की तैयारी, सीएमआरएस टीम ने किया निरीक्षण

Spread the News

प्रमुख संवाददाता, दीनार टाइम्स
कानपुर। कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के तहत मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक यात्री सेवाओं के विस्तार की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इस संबंध में मेट्रो रेल संरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) की 4 सदस्यीय टीम दिल्ली से कानपुर पहुंची और मेट्रो स्टेशनों, ट्रैक, और अन्य सुरक्षा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। यह निरीक्षण 26 फरवरी तक चलेगा, जिसके बाद यात्री सेवाओं के विस्तार के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) जारी किया जाएगा।


निरीक्षण की मुख्य बातें

  • मोतीझील से चुन्नीगंज तक एलिवेटेड रैम्प का मुआयना: सीएमआरएस टीम ने सबसे पहले मोतीझील से चुन्नीगंज के बीच एलिवेटेड रैम्प का निरीक्षण किया।
  • चुन्नीगंज से कानपुर सेंट्रल तक टनल और स्टेशनों का जायजा: टीम ने अंडरग्राउंड टनल और स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्थाओं का मूल्यांकन किया।
  • यूपीएमआरसी अधिकारियों की मौजूदगी: निरीक्षण के दौरान उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (यूपीएमआरसी) के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।

यात्री सेवाओं के विस्तार का महत्व

वर्तमान में कानपुर मेट्रो का परिचालन प्रायोरिटी कॉरिडोर पर आईआईटी से मोतीझील तक किया जाता है, जिसमें 9 एलिवेटेड स्टेशन शामिल हैं। मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक यात्री सेवाओं के विस्तार से 5 नए अंडरग्राउंड स्टेशन जुड़ जाएंगे:

  1. चुन्नीगंज
  2. नवीन मार्केट
  3. बड़ा चौराहा
  4. नयागंज
  5. कानपुर सेंट्रल

इस विस्तार से शहर के प्रमुख व्यावसायिक केंद्रों, सरकारी दफ्तरों (कलेक्ट्रेट, कचहरी, सदर तहसील, मंडलायुक्त कार्यालय), और कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन तक पहुंच आसान हो जाएगी। यह परियोजना शहर में ट्रैफिक जाम को कम करने और यात्रियों को सुविधाजनक, सुरक्षित, और तेज यात्रा सुविधा प्रदान करेगी।


सीएमआरएस टीम की भूमिका

सीएमआरएस टीम का मुख्य उद्देश्य मेट्रो सेवाओं की सुरक्षा और विश्वसनीयता सुनिश्चित करना है। टीम ने निम्नलिखित पहलुओं का निरीक्षण किया:

  • मेट्रो ट्रैक और स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था
  • टनल और अंडरग्राउंड स्टेशनों की तैयारी
  • यात्रियों की सुरक्षा से जुड़े प्रावधान
  • रिसीविंग सब-स्टेशन और मेट्रो परिसरों की व्यवस्था

यूपीएमआरसी प्रबंध निदेशक का दौरा

सीएमआरएस टीम के निरीक्षण से पहले, यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक श्री सुशील कुमार ने भी तैयारियों का जायजा लेने कानपुर का दौरा किया था। उन्होंने परियोजना की प्रगति और सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा की।


आगे की राह

सीएमआरएस टीम के निरीक्षण और मूल्यांकन के बाद, यात्री सेवाओं के विस्तार के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) जारी किया जाएगा। इसके बाद कानपुर मेट्रो की सेवाएं मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक शुरू हो जाएंगी।


लाभ

  • यात्रियों के लिए सुविधा: शहर के प्रमुख केंद्रों तक पहुंच आसान होगी।
  • ट्रैफिक जाम में कमी: मेट्रो के विस्तार से सड़कों पर वाहनों का दबाव कम होगा।
  • पर्यावरण के लिए बेहतर: मेट्रो के उपयोग से प्रदूषण में कमी आएगी।