सड़क पर आवारा गोवंश के झुंड दे रहे हादसे को दावत,संरक्षण अभियान फेल |
डीटी एनएन।कानपुर देहात।
सरकार और जिला प्रशासन के गोवंश संरक्षण के निर्देश के बावजूद जिले में गोवंश संरक्षण अभियान गति नहीं पड़ रहा है। जिम्मेदारों की लापरवाही से सड़क से लेकर हाइवे तक आवारा गोवंश धमाल मचाए है। पूरा कस्बे में ओवर ब्रिज के दोनों तरफ ढलान में अन्ना गोवंश का जमावड़ा बना रहता है इससे हादसे का खतरा बढ़ रहा है लेकिन जिम्मेदार गोवंश संरक्षण के प्रति संजीदा नहीं दिख रहे हैं। इससे एक और जहां शासन एवं जिला प्रशासन के निर्देशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है वहीं अन्ना गोवंश राहगीरों के लिए मुसीबत बन रहे हैं ।
मौसम परिवर्तन के साथ हुई बारिश से गांव की गलियों में कीचड़ व जल भराव की समस्या से जूझ रहे गोवंश जिले के प्रमुख सड़कों पर डेरा जमा रहे हैं। हाईवे से लेकर जिले की मुख्य सड़कों पर आवारा गोवंश का जमावड़ा देखा जा सकता है। इससे अन्ना गोवंश की समस्या का विकराल होती जा रही है। लेकिन इसका निस्तारण नहीं हो पा रहा है।इससे बड़ी संख्या में घूम रहे अन्ना गोवंश जहां झुंड बनाकर खेतों में धावा बोलकर फसलों को चौपट कर रहे हैं।
वहीं सड़कों पर डेरा जमाए या फिर अचानक भागकर वाहनों से टकराने वाले गोवंश हादसों की वजह बन रहे हैं। लेकिन गौशाला में बड़े पैमाने पर अव्यवस्थाएं होने के कारण गोवंश संरक्षण करने में भी अधिकारी कतरा रहे हैं। जबकि सरकार व जिला प्रशासन लगातार आवारा गोवंश संरक्षित करने का निर्देश दे रहा है। इसके बावजूद भी जिले में गोवंश संरक्षण अभियान गति नहीं पकड़ पा रहा है। जिसके कारण आवारा गोवंश राहगीरों के लिए मुसीबत बने है।
रूरा नगर पंचायत में भी रेलवे ओवर ब्रिज के दोनों तरफ ढलान में व डेरापुर तिराहे के पास आवारा गोवंश का जमावड़ा बना रहता है। बड़ी संख्या में अन्ना गोवंश सड़कों पर घूमने से यातायात में भी दिक्कत मिलती है वही आवारा गोवंश को ललकारने पर कभी-कभी वह हिंसक होकर हमला भी कर देते हैं जिससे हादसे का खतरा बना रहता है लेकिन जिला प्रशासन से लेकर नगरी निकाय तक आवारा गोवंशों के संरक्षण के प्रति संजीदा नहीं दिख रही है।
इससे लोगों को मुसीबतें उठानी पड़ रही है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुबोध कुमार ने बताया कि ग्रामीण इलाके में पंचायत सचिव एवं नगरीय निकाय में अधिशासी अधिकारियों को पशु चिकित्सा अधिकारी के साथ मिलकर अभियान चलाकर गोवंश संरक्षण करने का निर्देश दिया गया है। कुछ जगह गोवंश का संरक्षण भी किया जा रहा है लेकिन कई जगह लापरवाही अपनाई जा रही है जिसकी रिपोर्ट बनाकर मुख्य विकास अधिकारी को भेजी जाएगी जल्द ही सभी आवारा गोवंशों को संरक्षित करने का प्रयास चल रहा है