Download App from

Follow us on

डॉ. राकेश वर्मा के नेतृत्व में कानपुर हृदयरोग संस्थान में इंटरनेशनल सुविधाओं का विस्तार

Spread the News

कानपुर, प्रदीप कुमार: कानपुर हृदयरोग संस्थान (Kanpur Heart Institute) ने डॉ. राकेश वर्मा के निदेशक बनने के बाद से एक नए युग में प्रवेश किया है। उनके नेतृत्व में संस्थान न केवल मरीजों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं प्रदान कर रहा है, बल्कि यहां आने वाले तीमारदारों के लिए भी बेहतरीन व्यवस्थाएं की गई हैं। संस्थान के हर कोने में सुधार और आधुनिकीकरण का काम किया गया है, जिससे यह अब एक हाईटेक मेडिकल सेंटर के रूप में उभरा है।

संस्थान का कायाकल्प

डॉ. राकेश वर्मा ने संस्थान के आसपास के अतिक्रमण को पूरी तरह से हटाकर इमरजेंसी सेवाओं को सुचारू बनाया है। इसके अलावा, कार्डियोलॉजी विभाग के कक्ष संख्या 2 को पूरी तरह से रिसर्च विंग के लिए समर्पित कर दिया गया है, ताकि शोधकर्ताओं को बेहतर वातावरण मिल सके। प्रदेश में पहली बार इमरजेंसी सेंटर कंट्रोल रूम को आधुनिक तकनीक से लैस किया गया है। साथ ही, 10 साल पुराने यूपीएस सिस्टम को बदलकर नए और अधिक कुशल सिस्टम लगाए गए हैं।

हाईटेक सुविधाओं का विस्तार

संस्थान में एलईडी लाइट्स लगाई गई हैं, जो कम बिजली खपत के साथ बेहतर रोशनी प्रदान करती हैं। हाईब्रिड ऑपरेशन थिएटर (Hybrid OT) की स्थापना भी डॉ. वर्मा के प्रयासों से संभव हुई है। इसके अलावा, संस्थान में दवाइयों से लेकर सर्जिकल और नॉन-सर्जिकल उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है, ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

मरीजों के लिए उत्तम भोजन और स्वच्छता

संस्थान में मरीजों के लिए पौष्टिक और उच्च गुणवत्ता वाले भोजन की व्यवस्था की गई है। इसके लिए एक डाइटिशियन कक्ष भी स्थापित किया गया है, जहां समय-समय पर भोजन की गुणवत्ता की जांच की जाती है। साथ ही, संस्थान में 24 घंटे सफाई की व्यवस्था की गई है, जिससे पूरा परिसर साफ-सुथरा और स्वच्छ बना रहता है।

जनता तक पहुंच रही हैं सरकारी योजनाएं

संस्थान में उत्तर प्रदेश सरकार और संस्थान की विभिन्न योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं। इससे मरीजों और उनके परिजनों को हर योजना की जानकारी सरलता से मिल सकेगी।

डॉ. राकेश वर्मा का दृष्टिकोण

डॉ. राकेश वर्मा ने संस्थान को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत की है। वे नियमित रूप से संस्थान का निरीक्षण करते हैं और मरीजों की समस्याओं को सुनकर उनका त्वरित समाधान करते हैं। उनके प्रयासों से कानपुर हृदयरोग संस्थान अब प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ मेडिकल संस्थानों में से एक बन गया है।