प्रश्न – दूसरे कार्यकाल का श्रेय किसे देते हैं ?
उत्तर – इस कार्यकाल का श्रेय राष्ट्रीय से लेकर क्षेत्रीय नेतृत्व को जाता है, साथ ही उन सम्मानित कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को भी जिन्होंने कार्यकाल में जमकर परिश्रम करते हुए जिले को प्रत्येक अभियान में अग्रणी रखा. डेढ़ साल के कार्यकाल में सदस्यता, सक्रिय सदस्यता या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात और समर्पण राशि, हर मामले में दक्षिण जिला कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र में अव्वल रहा. इतना ही नहीं नगर और अकबरपुर लोकसभा सीटें जीतने का सौभाग्य भी मिला. कार्यकर्ताओं के परिश्रम के रूप में मिले परिणाम को देखते हुए ही नेतृत्व ने दोबारा अध्यक्ष के रूप में कार्य करने का अवसर दिया.
प्रश्न – संगठन को दक्षिण जिले में और मजबूत करने का क्या प्लान है ?
उत्तर – भारतीय जनता पार्टी के संगठन में बूथ इकाई को रीढ़ माना जाता है. बूथ स्तर पर संगठन और कैसे प्रभावी हो, इस बार इस बात पर फोकस रहेगा. बूथ अध्यक्षों को केवल चुनाव के समय ही नहीं याद किया जाएगा बल्कि भरपूर सम्मान दिलाया जाएगा कि कार्यकर्ताओं में बूथ अध्यक्ष बनने की होड़ लग जाए. पार्षद से लेकर महापौर, विधायक और सांसद से कहा जाएगा कि जिस बूथ में विकास कार्य कराना हो, पहले वहां के बूथ अध्यक्ष की सहमति लें. बूथ की मजबूती से ही संगठन की मजबूती होगी. जिले में 1145 बूथ और 13 मंडल शामिल हैं. छावनी और नगर निगम के मिला कर 60 वार्ड आते हैं.
प्रश्न – जिले की नई टीम कब तक गठित की जाएगी ?
उत्तर – जिले की टीम तो प्रदेश नेतृत्व से आदेश मिलने के बाद ही गठित की जाएगी जिसके लिए कई कार्यकर्ताओं पर नजर भी है. पार्टी के लिए सभी कार्यकर्ता महत्वपूर्ण हैं लेकिन ऐसे सभी कार्यकर्ताओं को पदाधिकारी नहीं बनाया जा सकता है. नेतृत्व से विचार विमर्श करने के बाद ही टीम गठित करने की प्रक्रिया शुरु की जाएगी. सभी कार्यकर्ताओं को महत्व और सम्मान दिया जाएगा.
प्रश्न – अब आपको पूरे दो वर्ष का कार्यकाल मिला है और इस बीच विधानसभा चुनाव भी हैं, क्या और कैसी रणनीति रहेगी ?
उत्तर – आपका प्रश्न बिल्कुल सही है, आने वाले समय में सबसे बड़ी चुनौती 2027 में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव हैं. दक्षिण क्षेत्र में किदवई नगर और महाराजपुर ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं जहां पर संगठन के मजबूत संजाल का परिणाम बीते कई टर्म से सबके सामने है. रह गई बात छावनी की तो, इस बार पूरा फोकस वहीं पर किया जाएगा, भले ही इसके लिए वहीं पर कैम्प करना पड़े. 2027 का मिशन छावनी विधानसभा रहेगा इसके लिए परिणाम देने वाले कार्यकर्ताओं की तलाश कर ली गयी है जिन्हें वहां की जिम्मेदारी नेतृत्व से सलाह करने के बाद सौंपी जाएगी. इन्हें बूथ से लेकर मंडल और विधानसभा स्तर पर तैनाती की जाएगी क्योंकि किदवई नगर और महाराजपुर तो शानदार क्षेत्र हैं, इस बार छावनी सहित जिले की तीनों सीटें पार्टी की झोली में देने का प्रयास होगा.