भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जातीय जनगणना कराने का निर्णय एक ऐतिहासिक कदम है, जो सामाजिक न्याय की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि 1931 के बाद देश में पहली बार व्यापक जातीय जनगणना का प्रयास किया जा रहा है।
श्री पाल ने कहा कि देश में सबसे लंबे समय तक राहुल गांधी के पूर्वजों की सरकार रही, परंतु उन्होंने कभी भी जातीय जनगणना को प्राथमिकता नहीं दी। 1951 और 1961 में जब पं. जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री थे, तब भी यह कार्य अधूरा रहा। इंदिरा गांधी के लंबे शासनकाल, फिर 1991 में कांग्रेस सरकार और 2004 से 2014 तक मनमोहन सिंह की सरकार के दौरान भी जातीय जनगणना कराने की मांग को नजरअंदाज किया गया।
उन्होंने बताया कि 2011 में भले ही जातीय जनगणना कराई गई थी, लेकिन उसके आंकड़े आज तक सार्वजनिक नहीं किए गए, क्योंकि कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी कि देश में जातीय सच्चाई सामने आए। कांग्रेस हमेशा ओबीसी, एससी वर्ग को भ्रमित करने और वोटबैंक की राजनीति करने में लगी रही। मुस्लिम समाज को भी उनके अधिकारों से वंचित रखा गया, क्योंकि जिन्ना ने भी कभी मुस्लिम समाज की जातिगत पहचान को उजागर नहीं होने दिया था वहीं काम कांग्रेस करती रही ।
अब मुस्लिम समाज में भी आर्थिक एवं सामाजिक रूप से पिछड़े वर्ग को जातीय जनगणना होने से लाभ मिल सकेगा…
श्री पाल ने कहा कि अब जातीय जनगणना से न सिर्फ सामाजिक न्याय को मजबूती मिलेगी, बल्कि यह भी स्पष्ट होगा कि जो लोग जनेऊधारी बनकर घूमते हैं, उनकी असली जाति क्या है। साथ ही देश को यह भी ज्ञात होगा कि फिरोज गांधी का असली पौत्र कौन है।
भाजपा पिछड़ा मोर्चा की ओर से वक्तव्य
भाजपा पिछड़ा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष जय प्रकाश कुशवाहा ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने सदैव पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग को उचित सम्मान देने का कार्य किया है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने अपने कार्यकाल में सामाजिक न्याय समिति का गठन कर पिछड़ों के हक के लिए मजबूत आधार तैयार किया।
उन्होंने बताया कि 18 दिसंबर 2018 को समिति की रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया कि पिछड़ा वर्ग के आरक्षण का अधिकतम लाभ कुछ चुनिंदा जाति को मिला है। समिति ने सिद्धांतों, संसाधनों की सामान्य भागीदारी, सामाजिक विविधता और मानव अधिकारों को ध्यान में रखकर अपनी सिफारिशें दी थीं। भाजपा ने सामाजिक संतुलन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 2012 में ही सामाजिक न्याय मोर्चा की स्थापना की थी, जिसकी जिम्मेदारी वर्तमान में श्री प्रकाश पाल के पास थी ।
श्री कुशवाहा ने कहा कि जातीय जनगणना से कमजोर वंचित जातियों को उनका उचित हक मिलेगा और वे सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक रूप से सशक्त बन सकेंगी। भाजपा सामाजिक न्याय के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है और यह जातीय जनगणना उसी दिशा में एक निर्णायक पहल है।
प्रेस वार्ता भाजपा कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र पिछड़ा मोर्चा के अध्यक्ष मनोज राजपूत भी मौजूद रहे…