सच्चे एक्टर्स सिर्फ एक्टिंग नहीं करते बल्कि कहानी कहने की कला भी जानते हैं और हर किरदार को जी लेते हैं! अपने हर नए रोल के साथ वे किसी नई दुनिया में कदम रखते हैं, जहां उनकी आवाज़, हाव-भाव और जज़्बात, सबकुछ बदल जाता है।
किरदार की आत्मा तक पहुंचने के लिए भाषा और लहज़े पर पकड़ बनाना बहुत ज़रूरी होता है। कुमकुम भाग्य में प्रार्थना का किरदार निभा रहीं प्रणाली राठौड़ के लिए यह सफर गुजराती लहज़े को सीखने से शुरू हुआ, ताकि उनका किरदार पूरी तरह से असली लगे। अपने डायलॉग्स बेहद सादगी से बोलने के लिए प्रणाली लगातार मेहनत कर रहीं हैं। खास तौर पर वे गुजराती भाषा की बारीकियां सीख रही हैं और शूटिंग के दौरान ब्रेक में सीनियर एक्टर्स से टिप्स ले रही हैं। यह उनकी कड़ी मेहनत का ही नतीजा है कि पर्दे पर प्रार्थना का उनका किरदार बेहद सहज और प्रभावी दिख रहा है।
इस अनुभव को लेकर प्रणाली राठौड़ ने कहा, ‘‘भले ही मैं असल ज़िंदगी में प्रार्थना जैसी नहीं हूं लेकिन मुझे यह किरदार निभाने में बहुत मज़ा आ रहा है। वो मुझसे बिल्कुल अलग है। हर नए रोल में एक चैलेंज होता है और मुझे यही पसंद है। चूंकि कहानी एक गुजराती परिवार की है, इसलिए मैं गुजराती भाषा और लहज़ा सीखने में जुट गई हूं। सेट पर सीनियर कलाकारों की गाइडेंस बहुत काम आई है, और मैं लगातार मेहनत कर रही हूं ताकि इस किरदार के साथ पूरा न्याय कर सकूं!‘‘